Sunday, June 21, 2009

आई लव यू पापा !




पापा मै जब भी गिरा , जब भी जीवन से हारा
आपको हर पल अपने बहुत करीब पाया
मै जब भी अँधेरों से घबराया
आपकी थपकी से ही रोशनी पाया .
पापा आपकी शिच्छाओ में
जीवन का दर्शन है , आप कहते है -
"जो तोको काँटा बुए , ताहि बोउ तो फूल
ताको फूल के फूल है वाको है त्रिशूल ".
पापा आपकी बातों में
मंदिर की घंटियों का संगीत है .
आपकी डांट में , दुखों से बचाव का इशारा है .
आपके स्नेह में ,
प्राणों को पुनर्जीवित करने की अद्वितीय शक्ति है .
आपके दुलार में सारे जहाँ की खुशिया है .
आपकी बिपरीत परिस्थितियों में
सहज बने रहकर इश्वर में विश्वास
और खुद पर भरोसा रख कर
दुखों को पार करने की सहज प्रब्रित
प्राणों में उर्जा भारती है .
आप का प्यार है
जैसे सूरज की रोशनी , जैसे ये नीला आकाश
जैसे नदिया का जल , जैस ये चाँद सितार
आपके हाँथ जब भी उठे प्रार्थना के लिए
हमारे लिए उठे .
हमने आपकी पावन छाया में हमेशा
सुरछित महसूस किया है
आपने बचपन से ही वो बातें बताई
जो हमें जाननी चाहिए
जो आपने शिखाया और कोई नहीं बता सकता था
इश्वर में आस्था, सच्चाई में भरोसा , आशा
विश्वाश , दुषरों की भलाई करना .
पापा सब कुछ , तुम मेरे हो
तुम बिन मै कुछ भी नहीं
मेरी सांसे , मेरी धड़कन
मेरे प्राणों का एक एक कण तुम हो.
पापा हमें आपको पिता कहने पर गर्व होता है
आपने हमें जीवन ही नहीं दिया है
जीवन जीने की दृष्टि और विश्वाश दिया है
एक स्वपन , एक ख्वाब दिया है
एक दीपक दिया है जिसे हमें आगे भी जलाये रखना है .
पापा, काश : मै आपके चरणों की धुल भी बन पाया
तो मै सोचूंगा की मेरा जीवन सफल रहा .